भोपाल। प्रदेश के मुरैना एवं भिंड जिले के 1 सैकड़ा से अधिक गांवों में हुई ओलावृष्टि के कारण फसलों की भीषण तबाही हुई है। लेकिन मध्यप्रदेश की असंवेदनशील सरकार का एक भी मंत्री या जिम्मेदार व्यक्ति अभी तक पीड़ित किसानों के बीच नहीं पहुंचा है। भारतीय जनता पार्टी यह मांग करती है कि सिर्फ मुरैना और भिंड जिला ही नहीं, बल्कि पूरे मध्यप्रदेश में जहां-जहां ओलावृष्टि हुई है और फसलों को नुकसान हुआ है, वहां सरकार किसानों को 100 प्रतिशत मुआवजा दे। प्रदेश की कमलनाथ सरकार से यह मांग भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने पत्रकारों से चर्चा के दौरान की।
मुआवजे से बचने की जोड़तोड़ में लगी सरकार
प्रदेश अध्यक्ष श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि जिन गांवों में फसलें तबाह हुई हैं, उनमें जौरा क्षेत्र के 12, कैलारस के 4, सुमावली के 20, दिमनी के 6, मुरैना के आसपास के 7 और भिंड जिले के गोहद और मेहगांव क्षेत्र में 65-70 गांवों में ओलों ने तबाही मचाई है। जिनमें 70 प्रतिशत से अधिक फसलें नष्ट हुई हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश का दुर्भाग्य है कि सरकार लगातार किसानों से छलकपट करती आई है और उसी प्रकार फिर अपने अधिकारियों की बातों में आकर यह प्रयास कर रही है कि किसी प्रकार नुकसान 20-30 प्रतिशत के बीच रहे। सरकार की यह कोशिश है कि मुआवजा देना ही न पड़े।
किसान मोर्चा करेगा मुआयना, नहीं चलेगा सरकार का छल
श्री शर्मा ने मध्यप्रदेश के सभी किसानों से आव्हान करते हुए कहा कि यह सरकार एक बार फिर किसानों के साथ छल करना चाहती है, इलसिए आप आप खड़े हो जाएं और अपनी आवाज उठाएं। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश के अंदर पहले भी मंदसौर, नीमच से लेकर श्योपुर और भिंड-मुरैना तक बाढ़ से फसलें तबाह हुईं थीं, तब भी प्रदेश सरकार ने लगातार किसानों को छलने का काम किया था। उन्होंने कहा कि लेकिन सरकार का यह छल अब नहीं चलेगा, क्योंकि भाजपा किसान मोर्चा की टीम खेतों तक पहुंचेगी और फसलों का मुआयना करेगी। उन्होंने किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री रणवीर सिंह रावत को इसके लिए निर्देशित किया। श्री शर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ओलापीड़ित स्थानों पर किसानों के साथ बैठकर नुकसान को जांचेगी और किसानों के हकों के लिए संघर्ष करेगी। इस काम के लिये जल्द ही भाजपा और किसान मोर्चा के पदाधिकारी खेतों में पहुंचेंगे।